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  • Success Story : लेखपाल से असिस्टेंट कमांडेंट बनने का सफ़र आसान नहीं रहा लेकिन फिर मिली संघर्षों के बाद UPSC CAPF में रैंक 2, तो फिर जो हुआ… 

    Success Story : लेखपाल से असिस्टेंट कमांडेंट बनने का सफ़र आसान नहीं रहा लेकिन फिर मिली संघर्षों के बाद UPSC CAPF में रैंक 2, तो फिर जो हुआ… 

    किसी को इंसान को अगर खुद पर भरोसा हो तो फिर उस इंसान को देर से ही सही लेकिन सफ़लता मिलती जरूर है। बस इस सफ़लता को पाने के लिए खुद पर भरोसा होने के साथ ही मेहनत के कठिन रास्ते पर भी बिना हार माने बिना रुके बिना थके चलना होता है। जिस बन्दे या बंदी ने ये कर लिया फिर देर से ही सही लेकिन उसे सफलता मिलती जरूर है, हाँ शुरू शुरू में असफलताएं मिलती जरूर है लेकिन कभी मंज़िल की राह में दीवार नहीं बन पातीं है। इसी विश्वास को और भी पुख्ता कर दिया है इस लड़के ने जिसके भरोसे और बुलंद हौसले की मिसाल अब पूरा यूपी देता है, जिसके अडिग विश्वास और जीतोड़ मेहनत ने आखिकार उसके कदमों को चूमने के लिए सफ़लता को मजबूर कर ही दिया। 

    यहां बात हो रही है उत्तर प्रदेश के श्याम यादव, कि जिन्होंने अब तक अपने जीवन में अनगिनत बार ठोकरे खाई लेकिन सलाम हो इस बन्दे के हौसले और जज्बे को जो बार-बार ठोकर खाने के बावजूद अपने सपनों का पीछा करना नहीं छोड़ा और आखिर सफ़लता को अपने कदमों में झुकने को मजबूर कर ही दिया। हालांकि ये बात भी सच है कि श्याम यादव का ये सफर इतना भी आसान नहीं रहा है, मालूम हो कि श्याम यादव ने संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (CDS) में अपनी किस्मत को करीब पांच बार आजमाया लेकिन बदकिस्मती ये रहीं की हर बार उन्हें नाकामी भी हाथ लगी। इतना ही नहीं संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (CDS) में पांच बार असफलता का मुँह देखने वाले श्याम यादव भारतीय वायुसेना में भी तीन बार असफलता का मुँह देख चुके हैं लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और फिर सफलता को खुद से इतना दूर देखकर भी श्याम ने हार मानने से इनकार कर दिया। 

    इतना तो अच्छे – अच्छे बन्दे को भी हताश करने के लिए काफी है लेकिन अपने श्याम बाबु ने खुद को मिल रहीं लगातार विफलताओं से सीख देते हुए खुद को और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। फिर क्या पूरे देश में ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल कर आखिरकार 2024 की UPSC CAPF परीक्षा में इतिहास रच दिया। अब श्याम असिस्टेंट कमांडेंट बनने जा रहे हैं। मालूम हो कि असिस्टेंट कमांडेंट का पद एक ऐसा पद है जो न केवल गौरवपूर्ण है बल्कि देश की सेवा करने का अवसर भी देता है। मालूम हो कि श्याम यादव ने लेखपाल की ट्रेनिंग के दौरान की UPSC तैयारी करते हुए UPSC CAPF 2024 की परीक्षा में रैंक 2 को प्राप्त किया है। मालूम हो कि श्याम यादव उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के मूल निवासी हैं। 

    वर्तमान समय में श्याम यादव उत्तर प्रदेश के राजस्व विभाग में लेखपाल के रूप में प्रशिक्षण ले रहे हैं लेकिन इस दौरान श्याम ने UPSC की तैयारी करते हुए अपनी सफलता की एक और इबारत लिख दी है। श्याम यादव की ये सफ़लता यह दिखाती है कि अनगिनत हार और सीमित समय व संसाधनों के बीच भी यदि किसी इंसान के मन में उसका लक्ष्य स्पष्ट हो तो भले ही देर से लेकिन सफलता मिलनी तय है। मालूम हो कि अपनी सफलता का श्रेय ‘इनविज़िबल हेल्पिंग हैंड’ नामक पहल को श्याम देते हैं मालूम हो कि बकौल श्याम साल 2023 की कार्यशालाओं में उन्होंने भाग लिया था जिसमें वहां के इंटरव्यू पैनल ने श्याम की सोच को एक नया दृष्टिकोण दिया। 

    हालांकि ये अलग बात है कि साल 2024 के मॉक टेस्ट में अपने काम की व्यस्तता के कारण श्याम यादव अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा सके। लेकिन साल 2023 की प्रतिक्रिया श्याम के लिए काफी उपयोगी साबित हुई मालूम हो कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के लाभार्थी श्याम यादव भी हैं, गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत कम आय वर्ग के विद्यार्थियों को निशुल्क कोचिंग उपलब्ध करवाई जाती है। मालूम हो कि इस योजना से जुड़े करीब 14 विद्यार्थियों ने इस वर्ष UPSC CAPF परीक्षा में अपनी सफलता का परचम लहराया है। 

  • IB ACIO Recruitment 2025 : अगर ग्रेजुएशन कर लिया है पास तो इस नौकरी के लिए आज कर दे अप्लाई, मिलेगा डेढ़ लाख का तनख्वाह… 

    IB ACIO Recruitment 2025 : अगर ग्रेजुएशन कर लिया है पास तो इस नौकरी के लिए आज कर दे अप्लाई, मिलेगा डेढ़ लाख का तनख्वाह… 

    आज के समय में हर युवा नौकरी की तलाश में लगा हुआ दिख ही जाएगा। पर किस्मत की बातें हैं किसी को मिलती है नौकरी तो किसी को नहीं, ये तो प्राइवेट नौकरी की बात है ऐसे सरकारी नौकरी पाना तो चांद को छूने के जैसा है। लेकिन नहीं एक मिनट एक ऐसी बहाली आई है जिसे देखकर उन युवाओं का चांद को छूने जैसा सरकारी नौकरी पाने का सपना निश्चित रूप से पूरा होगा। इस जबरदस्त नौकरी के लिए योग्यता भी महज ग्रेजुएशन पास ही हैं। मतलब अगर आपने ग्रेजुएशन पास कर रखा है और नौकरी की तलाश में लगे हुए हैं तो ये खबर निश्चित रूप से आपके लिए ही है आपके ही काम की हो सकती है। 

    मिली जानकारी के अनुसार MHA, IB ने सहायक केंद्रीय खुफिया अधिकारी (ACIO) ग्रेड-II/कार्यकारी के पदों के लिए भर्तियां निकाली हुई है। दरअसल, ये भर्तियां गृह मंत्रालय, खुफिया ब्यूरो (MHA, IB) की ओर से सहायक केंद्रीय खुफिया अधिकारी (ACIO) ग्रेड-II/कार्यकारी के पदों के लिए निकाली गई है। मालूम हो कि MHA, IB ने सहायक केंद्रीय खुफिया अधिकारी (ACIO) ग्रेड-II/कार्यकारी के पदों के लिए निकाली गई इस बहाली में करीब चार हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती की जाने की तैयारी की गई है। MHA, IB ने सहायक केंद्रीय खुफिया अधिकारी (ACIO) ग्रेड-II/कार्यकारी के पदों के लिए निकाली गई इस बहाली के लिए आवेदन की प्रक्रिया की शुरुआत की जा चुकी है। 

    ऐसे में योग्य एवं इच्छुक अभ्यर्थी जो इस भर्ती के लिए आवेदन करने की तैयारी में  हैं वो कृपा करके जल्दी से जल्दी ऑफिशियल वेबसाइट  mha.gov.in या ncs.gov.in पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। मालूम हो कि आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि आगामी 10 अगस्त 2025 की रखी गई है। वहीं इस बम्पर बहाली में ओबीसी वर्ग के लिए तकरीबन नौ सौ ऊपर पद है तो वहीं दूसरी ओर एससी के लिए भी करीब साढ़े पांच सौ से ज्यादा पद होंगे इसके अलावा एसटी के लिए भी दो सौ से अधिक तो वहीं ईडब्ल्यूएस के लिए तकरीबन साढ़े चार सौ से अधिक पदों के लिए बहाली निकाली गई है। 

    आवेदन कौन कर सकते है?

    जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार, इस बहाली के लिए सिर्फ वैसे अभ्यर्थी ही अपना आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री ले रखी हो। इसके साथ ही अभ्यर्थियों के पास कंप्यूटर का भी अच्छा ज्ञान होना अनिवार्य है। इसके अलावा जहां तक अभ्यर्थियों की आयु की बात अगर की जाए तो आगामी  10 अगस्त, 2025 तक न्यूनतम आयु कम से कम 18 वर्ष और वहीं अधिकतम आयु 27 वर्ष के बीच होनी चाहिए। साथ ही जानकारी हो किpo इस बहाली के योग्य एवं इच्छुक अभ्यर्थियों को सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा जिसके लिए आवेदन शुल्क लगेगा। इसीलिए अभ्यर्थियों से ये गुजारिश की जाती है कि आवेदन करने से पहले अभ्यर्थी एक बार सारी डिटेल्स को जारी किए गए नोटिफिकेशन में जाकर अच्छे से पढ़ लें।

    क्या होगी चयन प्रक्रिया?

    गृह मंत्रालय, खुफिया ब्यूरो (MHA, IB) की ओर से सहायक केंद्रीय खुफिया अधिकारी (ACIO) ग्रेड-II/कार्यकारी के पदों के लिए निकाली गई इन भर्तियों के लिए अभ्यर्थियों को तीन चरणों से होकर गुजरना होगा, जिसमें पहला चरण ऑब्जेक्टिव, दूसरा चरण लिखित परीक्षा और तीसरा और सबसे आखिरी चरण इंटरव्यू का शामिल है। प्रिलिम्स और मेंस परीक्षा कुल 150 नंबर की आयोजित की जाएगी जिसमें सामान्य ज्ञान, इंग्लिश और करंट अफेयर्स पर बेस्ड प्रश्न अभ्यर्थियों से पूछे जाएंगे। प्रिलिम्स और मेंस परीक्षा इन दोनों परीक्षाओं को पास करने वाले अभ्यर्थियों को ही इंटरव्यू राउंड के लिए बुलाया जाएगा। मालूम हो कि इंटरव्यू भी 100 नंबर के आयोजित किया जाएगा, जिसे क्लियर करने के बाद योग्य अभ्यर्थियों का आखिरी चयन किया जाएगा। 

  • UPSC Success Story, IPS Story : लाखों की नौकरी को छोडकर चुना संघर्ष का रास्ता, शादी के बाद IPS बनकर किया कमाल… 

    UPSC Success Story, IPS Story : लाखों की नौकरी को छोडकर चुना संघर्ष का रास्ता, शादी के बाद IPS बनकर किया कमाल… 

    ये कहानी है गुजरात में पोस्टेड एक युवा प्रोबेशनरी ऑफिसर IPS सुमन नाला की। जिन्होंने गुजरात के ही एक इलाके बनासकांठा के सुदूर क्षेत्र के आदिवासी बहुल इलाके के करीब 29 परिवारों के 12 साल के सामाजिक निर्वासन को खत्म कराने का सेहरा अपने सिर पर बांधा है। मालूम हो कि इस घटना के बाद से चारो तरफ बस इस युवा प्रोबेशनरी ऑफिसर IPS सुमन नाला की ही चर्चा हो रही हैं। मालूम हो कि एक साधारण से परिवार में जन्मीं सुमन नाला ने सिर्फ और सिर्फ अपनी मेहनत के बदौलत उन ऊंचाइयों को छुआ है जहां तक देखने की भी हिम्मत अच्छे – अच्छे लोग नहीं कर पाते हैं। 

    युवा प्रोबेशनरी ऑफिसर IPS सुमन नाला ने साल 2012 में BITS पिलानी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी। इसके आगे अलगे तीन साल तक ओरेकल जैसी बड़ी कंपनी में काम किया, लेकिन सुमन नाला का सपना बस यही तक नहीं था बल्कि उनका सपना तो कुछ और ही था वो सपना था IAS ऑफिसर बनने का जिसके लिए सुमन नाला ने अपनी अच्छी-खासी ओरेकल वाली नौकरी तक छोड़ दी। इसके बाद सुमन नाला ने अपने चौथे प्रयास में साल 2019 में UPSC सिविल सर्विसेज एग्जाम को फाइनली क्रेक करते हुए 508वीं रैंक हासिल की। इसके बाद सुमन नाला का सेलेक्‍शन IPS के पद पर किया गया। 

    गौरतलब हो कि सुमन नाला को IPS पद पर चयनित होने के बाद झारखंड कैडर का आईपीएस साल 2021 में नियुक्‍त किया गया था लेकिन IPS सुमन नाला ने गुजरात कैडर के आईपीएस ओम प्रकाश जाट से शादी की है। जिसके आधार पर ही सुमन का तबादला गुजरात कैडर के लिए कर दिया गया था। अपने तबादले के बाद से ही IPS सुमन नाला अपनी सेवाएं गुजरात में दे रही हैं। 

    यहां ध्यान देने वाली बात तो यह है कि ये सब सुनने में जितना आसान लग रहा है उतना आसान कभी भी नहीं था। IPS सुमन नाला की राह कठिनतम राहों में से एक थी। 

    एक तरफ IPS सुमन नाला का बैकग्राउंड इंजीनियरिंग का दूसरी तरफ उन्होंने चुना UPSC करना जिसका सिलेबस उन्हें मुश्किल में डालने के लिए काफी था, दरअसल मालूम हो कि पहले कंप्यूटर साइंस ऑप्शनल सब्जेक्ट का हिस्सा नहीं था। लेकिन बावजूद इसके IPS सुमन नाला ने अपने पहले ही प्रयास में साल 2016 में प्रीलिम्स पास कर लिया, लेकिन सुमन मेन क्लियर नहीं कर पाईं. इसके बाद अगले साल यानी कि साल 2017 में सुमन इंटरव्यू तक पहुंच गई, लेकिन अफ़सोस की फाइनल लिस्ट में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाई। 

    इसके बाद साल 2018 में सुमन को एक बार फिर से असफलता ही हाथ लगी, हालांकि इस बीच सुमन के पति (जो स्वयं UPSC पास आउट है) और माता-पिता के सपोर्ट से आखिर सुमन के जिंदगी साल 2019 में वो दिन आ ही गया जब सुमन ने बाजी मारते हुए UPSC क्लियर कर लिया। जिसके बाद अंत में सुमन नाला ने अपने सपने को पूरा किया और IPS बन गयी। 

    सुमन की सफलता की चाबी क्या चीज़ बनी

    पहले प्रयास में प्रीलिम्स पास करने वाली IPS सुमन नाला की दाद तो देनी ही पड़ेगी क्योंकी उनकी रणनीति काफी जबरदस्त थी। बकौल सुमन प्रीलिम्स के लिए उन्होंने मॉक टेस्ट्स और मंथली करंट अफेयर्स की पढ़ाई की क्योंकि ऐसा सुमन का मानना है कि टेस्ट से ही पता चलता है कि छात्रों को क्या याद रखना है और क्या छोड़ना है। मालूम हो कि IPS सुमन नाला ने ऑप्शनल के लिए हिस्ट्री चुना था, क्योंकि उन्हें इतिहास विषय काफी पसंद था।

    प्रीलिम्स और मेन की पढ़ाई को IPS सुमन नाला ने साथ-साथ तैयार किया–, पहले के तीन-चार महीने IPS सुमन नाला ने प्रीलिम्स पर फोकस किया, जिसके बाद फिर मेन के लिए रिवीजन किया। IPS सुमन नाला की एक अच्छी आदत में शुमार 

    नोट्स बनाना उनको रिवीजन में करने के दौरान काफी मददगार रहा। जिसके बाद इंटरव्यू में अपने स्टेट, डिस्ट्रिक्ट, करियर और एजुकेशन पर फोकस करते हुए IPS सुमन नाला ने अंतः बाज़ी मार ही ली। 

    इन दिनों चर्चा में होने की बजह?

    मालूम हो कि गुजरात के दांता में 2021 बैच की IPS सुमन नाला को बतौर ASP के रूप में अपनी पोस्टिंग मिली। लेकिन यही वो जगह है जो सुमन के टर्निंग पॉइंट बनी क्योंकि यही पर सुमन की घरेलू सहायिका ने सुमन अपनी कहानी बताया जिसके अनुसार उसके मां-बाप को साल 2014 की हत्या के बाद ‘चडोतारा’ प्रथा से कोडारवी समुदाय के 300 लोगों में से थे करीब 12 साल से बहिष्कृत थे। जिसके बाद जब सुमन ने इस पूरे मामले की जांच की तो सुमन ने पाया कि मुख्य आरोपी काफी पहले ही बरी हो चुका था लेकिन फिर भी सजा जारी थी। जिसके बाद IPS सुमन नाला ने पहल करते हुए बनासकांठा के दूरदराज के आदिवासी इलाके के 29 परिवार जो कि 12 साल के सामाजिक निर्वासन के को जीने के लिए मजबूर थे उन्हें आखिरकार अपने घरों को लौटने की खुशी हासिल हुई है। 

    यहां गौरतलब हो कि आए हैं 12 साल के सामाजिक निर्वासन के ये जो 29 परिवारों के लोगों की वापसी हुई वो न तो कोर्ट के आदेश से हुई और न ही सरकार के निर्देश पर, बल्कि इस युवा IPS प्रोबेशनरी ऑफिसर की संवेदना और हिम्मत की बदौलत हुई है। 

  • Top College for Engineering : यहां से कर ली पढ़ाई, तो मिलेगा बवाल का पैकेज… 

    Top College for Engineering : यहां से कर ली पढ़ाई, तो मिलेगा बवाल का पैकेज… 

    12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद अधिकांश छात्रों का झुकाव या तो इंजीनियरिंग या फिर मेडिकल के क्षेत्र में ही होता है। छात्र इंजीनियरिंग या फिर मेडिकल में ही अपना करियर बनाना चाहते हैं। दरअसल आज भी करियर के दृष्टिकोण से अगर देखा जाए तो इसे सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है।  इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाले हर छात्र की सबसे बड़ी ख्वाहिश होती है कि उन्हें भारत के किसी भी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में प्रवेश मिल जाए। हालांकि ये सपना पूरा करना इतना भी आसान नहीं होता है इसके लिए तो छात्रों को सबसे पहले JEE Main और फिर उसके बाद JEE Advanced जैसी कठिन परीक्षाओं को पास करना पड़ता है। 

    JEE Main और फिर उसके बाद JEE Advanced जैसी कठिन परीक्षाओं में किसी भी छात्र के लिए सफलता पाना एक काफी बड़ी चुनौती होती है लेकिन इसके बाद चुनौतीयों का दौर खत्म नहीं होता है बल्कि एक लम्बी लाइन शुरू हो जाती है जिसमें छात्रों का इंतजाम अगली चुनौती कर रही होती है। ये चुनौती है सही आईआईटी को भविष्य के पढ़ाई के लिए चयनित करना। एक ऐसी आईआईटी संस्थान जहां न सिर्फ शिक्षा का स्तर अच्छा हो बल्कि वहां का प्लेसमेंट भी जबरदस्त हों। 

    कहने का सिर्फ इतना सा ही मतलब है कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वालों की पहली पसंद अगर आईआईटी होती है और किसी तरह जोर लगाकर छात्र ने जेईई मेंस और एडवांस्ड की परीक्षा को पास कर भी लिया है तो भी चिंता की बात कहाँ खत्म होती है बल्कि शुरू ही होती है कि अब कहाँ और किस कालेज में दाखिला ले जहां से प्लेसमेंट के जबरदस्त वाला मिले। इसी तरह के जबरदस्त IIT कॉलेज का नाम बता रहे जहां से जबरदस्त राहे करियर बनाने की दिशा में खुलती हैं। ये काॅलेज है IIT इंदौर। मालूम हो कि इसी तरह के प्रतिष्ठित संस्थानों में एक का नाम है IIT इंदौर। मालूम हो कि IIT इंदौर जो कि अभी हाल के वर्षों में अपने शानदार प्लेसमेंट के कारण सुर्खियों में काफी ज्यादा बना हुआ रहा है। 

    मालूम हो कि इस कॉलेज से पढ़ाई करने वाले छात्रों को प्लेसमेंट तो मिलता ही है बल्कि इस दौरान वैसे पांच टेलेंटेड छात्रओं को एक-एक करोड़ रुपये से अधिक का सालाना पैकेज भी दिया जाता है। अब अगर इस तरह के देखा जाए तो इस साल कैंपस के लिए आए कंपनियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुआ है। मालूम हो कि इस साल IIT इंदौर कॉलेज में 150 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों और सार्वजनिक उपक्रमों (PSU) ने प्लेसमेंट की पूरी प्रक्रिया में हिस्सा लिया है। इस तरह से यह बात काफी हद्द तक साफ होती है कि IIT इंदौर से न केवल  छात्रों के पिता को बेहतरीन अकादमिक माहौल तो मिला ही है, बल्कि इस कारण से वैश्विक स्तर की नौकरियों के लिए भी विद्यार्थियों को तैयार किया जा रहा है। 

    इसी तरह के जबरदस्त IIT कॉलेज का नाम बता रहे जहां से जबरदस्त राहे करियर बनाने की दिशा में खुलती हैं। ये काॅलेज है IIT इंदौर। मालूम हो कि इसी तरह के प्रतिष्ठित संस्थानों में एक का नाम है IIT इंदौर। मालूम हो कि IIT इंदौर जो कि अभी हाल के वर्षों में अपने शानदार प्लेसमेंट के कारण सुर्खियों में काफी ज्यादा बना हुआ रहा है। मालूम हो कि इस साल IIT इंदौर कॉलेज में 150 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों और सार्वजनिक उपक्रमों (PSU) ने प्लेसमेंट की पूरी प्रक्रिया में हिस्सा लिया है। इस तरह से यह बात काफी हद्द तक साफ होती है कि IIT इंदौर से न केवल  छात्रों के पिता को बेहतरीन अकादमिक माहौल तो मिला ही है, बल्कि इस कारण से वैश्विक स्तर की नौकरियों के लिए भी विद्यार्थियों को तैयार किया जा रहा है।

  • Police Officer Story : जिस पुलिस अधिकारी को CM ने दिखाया था थप्पड़, अब वो बन गया है DCP, यहां जानिए क्या हैं  मामला… 

    Police Officer Story : जिस पुलिस अधिकारी को CM ने दिखाया था थप्पड़, अब वो बन गया है DCP, यहां जानिए क्या हैं  मामला… 

    अभी कुछ दिन पहले ही एक वीडियो काफी ज्यादा वायरल हुआ था। वायरल हो रहे वीडियो में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया एक पुलिस अधिकारी को तमाचा दिखाते हुए दिखाई दे रहे थे। मालूम हो कि वायरल होने के बाद उस वीडियो के कारण काफी ज्यादा बवाल भी मचा था। दरअसल मामला कुछ यूँ था कि कर्नाटक के बेलगावी शहर में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 

    एक कार्यक्रम के दौरान एक पुलिस अधिकारी को तमाचा दिखाकर मारने का इशारा किया था। 

    उस दौरान इस मामले ने तूल पकड़ते हुए काफी बवाल मचा दिया था। मालूम हो कि कर्नाटक के बेलगावी शहर में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उक्त कार्यक्रम के दौरान जिस पुलिस अधिकारी को तमाचा दिखाकर मारने का इशारा किया था। वो पुलिस अधिकारी IPS  नारायण बारमानी है। इस घटना के बाद IPS अधिकारी उस समय काफी सुर्खियों में आ गए थे। मालूम हो कि अब उन्हीं IPS अधिकारी नारायण बारमानी को बेलगावी शहर का डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (कानून और व्यवस्था) बना दिया गया है। मालूम हो कि बेलगावी शहर के नए डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (कानून और व्यवस्था) IPS अधिकारी नारायण बारमानी का पूरा नाम नारायण वेंकप्पा बारमानी है। 

    IPS अधिकारी नारायण बारमानी का जन्म कर्नाटक में ही हुआ है और IPS अधिकारी नारायण बारमानी ने सब-इंस्पेक्टर के रूप में साल 1994 पुलिस सर्विस जॉइन किया था। दरअसल ग्रेजुएशन के बाद तुरन्त बाद IPS अधिकारी नारायण बारमानी का सेलेक्‍शन कर्नाटक स्टेट पुलिस सर्विस (A Karnataka State Police Service officer)(KSP)के लिए हो गया था। इस तरह से कुछ IPS अधिकारी नारायण बारमानी ने अपने करियर की शुरुआत करते हुए कर्नाटक पुलिस में अपना कदम रखा। 

    अपने अभी तक 31 साल की सर्विस में IPS अधिकारी नारायण बारमानी PSI, सर्कल इंस्पेक्टर से लेकर ASP तक के पद तक पहुंच चुके हैं। हालांकि साल 2008 में लोकायुक्त ने IPS अधिकारी नारायण बारमानी आय से अधिक संपत्ति जमा करने का आरोप लगाकर सस्पेंड भी कर दिया था, लेकिन फिर साल 2017 में बागलकोट कोर्ट और 2022 में कर्नाटक हाई कोर्ट ने IPS अधिकारी नारायण बारमानी बेकसूर साबित कर दिया था जिसके बाद IPS अधिकारी नारायण बारमानी एक बार फिर से अपने ड्यूटी पर लौट आए थे। 

    मालूम हो कि IPS अधिकारी नारायण बारमानी को तमाचा मारने 

    वाली घटना कांग्रेस की बेलगावी में ‘संविधान बचाओ’ रैली के दौरान साल 2024 के अप्रैल में घटी थी। मालूम हो कि उस समय धरवाड़ जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) थे और सिक्योरिटी इंचार्ज का कार्यभार नारायण बारमानी ही सम्भाल रहे थे। गौरतलब हो कि कांग्रेस के द्वारा आयोजित की गई इस रैली के दौरान कुछ बीजेपी महिला कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर नारे लगाए थे, जिसे देखकर कर्नाटक के वर्तमान सीएम सिद्धारमैया भड़क गए थे। 

    गौरतलब हो कि वायरल हो रहे वीडियो के अनुसार इस बात पर गुस्से में आकर सीएम ने मंच से बारमानी को अपने पास बुलाते हुए उन्हें तमाचा मारने की कोशिश की थी लेकिन बीच में आकर सिक्योरिटी गार्ड्स ने बीच-बचाव कर लिया था। वहीं दूसरी ओर वीडियो के वायरल होने के बाद IPS अधिकारी नारायण बारमानी ने इसे अपने सम्मान पर चोट बताते हुए इसी साल बीते 14 जून 2025 को एक इमोशनल लेटर लिखकर वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) की मांग की थी, मालूम हो कि इस लेटर में IPS अधिकारी नारायण बारमानी ने लिखा है कि जब उन्होंने कोई गलती नहीं की थी, फिर भी उन्हें अपमानित होना पड़ा। 

    इस घटना के बाद न तो सीएम ने उनसे माफी मांगी, ना ही सीनियर ऑफिसर्स ने किसी तरह का सपोर्ट किया। हालांकि सोशल मीडिया पर IPS अधिकारी नारायण बारमानी के वायरल हो रहे  वीडियो के कारण कई लोग अधिकारी के समर्थन में आ गए और तरह – तरह बातों के अलावा सीएम सिद्धारमैया के व्यवहार की भी आलोचना करने लगे। जिसके बाद में सीएम और गृह मंत्री जी परमेश्वर ने IPS अधिकारी नारायण बारमानी से बातचीत करते हुए उन्हें समझा बूझाकर वीआरएस वापस लेने के लिए मना लिया। अब  IPS अधिकारी नारायण बारमानी की नई नियुक्ति के बाद प्रशासनिक गलियारों में कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हैं।

  • ‘मैं तो बेहोश हो गई थी’, लॉकडाउन के बीच अमिताभ बच्चन ने किया राधिका मदान को कॉल, भेजा था अपने हाथ से लिखा लेटर

    ‘मैं तो बेहोश हो गई थी’, लॉकडाउन के बीच अमिताभ बच्चन ने किया राधिका मदान को कॉल, भेजा था अपने हाथ से लिखा लेटर

    मुंबई. ‘पटाखा’ और ‘अंग्रेजी मीडियम’ जैसी दमदार फिल्मों से पॉपुलैरिटी हासिल करने वाली एक्ट्रेस राधिका मदान ने खुलासा किया कि एक बार अमिताभ बच्चन ने उन्हें कॉल किया था. अपने हाथ से लिखा लेटर भेजा था. अमिताभ के इस कॉल और लेटर से उन्हें मोटिवेशन मिला. राधिका ने फराह खान के यूट्यूब चैनल पर अपनी लाइफ के अहम पलों पर खुलकर बात की. राधिका ने अपने घर की इनसाइड झलक दिखाई. उन्होंने अपने घर का वो हिस्सा भी दिखाया, जहां उन्होंने अपने अवॉर्ड्स और यादगार चीजें रखी थीं.

    लेकिन फराह खान का एक फ्रेम की हुई चीज पर तुरंत ध्यान गया. इसे देखते ही फराह खान ने पूछा,”अमित जी ने आपको लेटर भेजा?” राधिका मदान हंसते हुए कहा, “अमिताभ बच्चन ने ‘अंग्रेजी मीडियम’ देखने के बाद मुझे यह लेटर भेजा था.” फराह ने चौंकते हुए कहा, “आप तो मर ही गई होंगी, ना?” राधिका ने हंसते हुए जवाब दिया, “मैं तो पूरी तरह से खो गई थी. मैं तो बेहोश हो गई थी!”

    साल 1987 में आई धर्मेंद्र की ‘मेरा करम मेरा धरम’ की फिल्म उत्तम कुमार ने आखिरी बार काम किया. बांग्ला सिनेमा का नाम लेते ही सबसे पहले चेहरा उत्तम कुमार का याद आता है. उन्हें अपने करियर की शुरुआत में कई हार का सामना करना पड़ा था. उनकी लगातार एक या दो फिल्में नहीं, बल्कि सात फिल्में फ्लॉप हुई थीं, उस दौर में उन्हें ‘फ्लॉप मास्टर जनरल’ तक का टैग दे दिया गया था.

    लेकिन उत्तम कुमार ने हार नहीं मानी और मजबूती के साथ कमबैक किया और कई बेहतरीन फिल्में दी. आज वे सिर्फ बांग्ला ही नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के इतिहास में ‘महानायक’ के नाम से जाने जाते हैं. उत्तम कुमार का असली नाम अरुण कुमार चटर्जी है.

    उत्तर कुमार का जन्म 3 सितंबर 1926 को कोलकाता के अहिरीटोला इलाके में हुआ था. पढ़ाई-लिखाई के बाद उन्होंने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट में नौकरी की, लेकिन थिएटर और अभिनय का शौक उन्हें मंच की ओर खींच लाया. 1948 में उन्होंने फिल्म ‘दृष्टिदान’ से सिनेमा में कदम रखा, लेकिन यह फिल्म फ्लॉप रही. इसके बाद लगातार छह और फिल्में एक के बाद एक असफल रहीं, जिसके चलते लोग उन्हें ‘फ्लॉप मास्टर जनरल’ कहकर चिढ़ाने लगे.
    इन सबके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और 1952 में आई फिल्म ‘बासु परिवार’ से कमबैक करते हुए अपनी किस्मत बदल डाली. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1966 में आई फिल्म ‘नायक’ ने उनके करियर को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया.

  • DRDO Requirement 2025 : डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन से आया युवाओं के लिए जबरदस्त मौका, आज ही करे अप्लाई… 

    DRDO Requirement 2025 : डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन से आया युवाओं के लिए जबरदस्त मौका, आज ही करे अप्लाई… 

    जिस बहाली का युवा बेसब्री से इंतजार कर रहे थे आखिरकार साल 2025 की वो सबसे बड़ी बहाली आ ही गई है। यहां बात हो रही है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की  नई बहाली की। मालूम हो कि डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने साल 2025 की बहुप्रतीक्षित नई बहाली की प्रक्रिया की घोषणा कर दी है, गौरतलब हो कि डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की ये नई बहाली भारत के युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर बनकर के आई है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की  नई बहाली में टेक्निकल, नॉन-टेक्निकल और रिसर्च संबंधी विभिन्न पदों पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाना है। 

    यदि ऐसे में योग्य एवं इच्छुक अभ्यर्थी भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अंदर काम करने की चाहत रखते हैं, तो डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की नई बहाली उन अभ्यर्थियों के जबरदस्त अवसर लेकर आ गई है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की इस नई बहाली के लिए योग्य एवं इच्छुक अभ्यर्थियों को आवेदन करने के लिए डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की ओर से निर्धारित कुछ मापदंडों को पूरा करना होगा। मालूम हो कि डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की ये बहाली विशेष रूप से उन छात्रों के लिए है, जिन्होंने ITI, Diploma या Graduation कर लिया है और अब आगे अपना करियर भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अंदर मे बनाने का सपना देख रहे हैं। 

    डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की इस बहाली में कुल पदों उनीस सौ से अधिक पदों के लिए भर्ती निकाली गई है। वहीं इसके लिए अभ्यर्थियों का ITI, Diploma, Graduation पास होना आवश्यक है। वहीं अभ्यर्थी इसके आवेदन प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं। मालूम हो कि इसके लिए आवेदन ऑनलाइन किया जा सकेगा। इसके अलावा चयन प्रक्रिया के लिए लिखित परीक्षा के साथ ही चयनित अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया जाएगा। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की इस बहाली के लिए आवेदन करने के लिए योग्य एवं इच्छुक अभ्यर्थी डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के ऑफिशियल वेबसाइट www.drdo.gov.in पर जाकर कर सकते हैं। 

    DRDO के द्वारा आई साल 2025 की नई के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की शैक्षणिक योग्यता सामान्यत: ITI, डिप्लोमा या फिर ग्रेजुएशन पास होना अनिवार्य है। वहीं इस बहाली के लिए अभ्यर्थियों की उम्र सीमा न्यूनतम अठारह वर्ष और अधिकतम आयु सत्ताइस रखी गई है, इसके अलावा आरक्षित वर्ग को नियमानुसार छूट दी जायेंगी। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के लिए तकनीकी और नॉन-टेक्निकल पदों पर नियुक्ति की जाने वाली है। जिसमें तकनीशियन-A के अलावा स्टेनोग्राफर, साइंटिस्ट-B और जूनियर रिसर्च फेलो (JRF) के साथ टेक्निकल असिस्टेंट, एडमिन असिस्टेंट और ट्रेड अप्रेंटिस जैसे पदों के लिए बहाली निकाली गई है। मालूम हो कि हर पद के लिए अलग-अलग शैक्षणिक योग्यता और कार्य अनुभव  रखी गई है, जिसके लिए अभ्यर्थियों को ऑफिशियल अधिसूचना स्पष्ट रूप से पढ़ना पड़ेगा।

    डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के लिए आवेदन करने के लिए इच्छुक अभ्यर्थी DRDO की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरेंगे साथ ही आधार कार्ड, शिक्षा प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, और हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी अपलोड करेंगे।

  • OnePlus Nord 2 Pro : आ गया है मार्केट में OnePlus 5G स्मार्टफोन, धांसू कैमरा के साथ मिलेगा जबरदस्त स्टोरेज और लांग लास्टिंग बैटरी…

    OnePlus Nord 2 Pro : आ गया है मार्केट में OnePlus 5G स्मार्टफोन, धांसू कैमरा के साथ मिलेगा जबरदस्त स्टोरेज और लांग लास्टिंग बैटरी…

    आज के समय में बिना स्मार्टफोन के शायद ही कोई हो जो रहता है आलम तो ये है कि स्मार्टफोन लोगों के लाइफ में इस कदर घुस गया है कि लोग एक नहीं दो नहीं अनगिनत स्मार्टफोन लेकर चलते हैं। खेर कुछ तो लोगों की जरूरत भी होती है और कुछ लोगों का शौक भी पर हर किसी के लिए स्मार्टफोन रखना भी सम्भव नहीं है तभी तो लोग स्मार्टफोन लेने से पहले अपने पॉकेट को भी देखते हैं क्योंकि हक़ीक़त तो यही है चाहे कितना भी हमारी लाइफ में घुस चुका हो लेकिन हर किसी का बजट नहीं होता इसे रखने का कुछ तो जरूरत से रखते हैं तो कुछ की मजबूरी भी होती है स्टैंडर्ड को मेंटेन रखने के लिए रखने के लिए लेकिन बजट उन्हें ऑलव नहीं करता है। 

    ऐसे में लोग कम दाम का अपने बजट का स्मार्टफोन तलाश करते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए आ गया है मशहूर मोबाइल निर्माता कंपनी वनप्लस जबरदस्त स्मार्टफोन लेकर। मालूम हो कि लगातर कंपनी अपने पोर्टफोलियो को बेहतर बनाने में लगी हुई है। इसी कड़ी में भारतीय बाजार में अभी हाल ही में एक नया ब्रांडेड फीचर्स वाला OnePlus Nord 2 Pro 5G स्मार्टफोन कम्पनी ने लॉन्च किया है, जो लॉन्चिंग के बाद से ही उपभोक्ता की पहली पसंद बना हुआ हैं। मालूम हो कि OnePlus Nord 2 Pro 5G स्मार्टफोन अपनी 5G कनेक्टिविटी के साथ महज सात हजार से कम कीमत में मार्केट में कम्पनी के द्वारा अपने उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कराया गया है।

    OnePlus Nord 2 Pro 5G का कैमरा क्वालिटी 

    OnePlus के OnePlus Nord 2 Pro 5G स्मार्टफोन में 50MP का मैन कैमरा कम्पनी ने उपलब्ध कराने के साथ 8MP का अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 2MP का डेप्थ सेंसर भी उपभोक्ताओं के लिए दे रखा है। वहीं सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के शौकीन उपभोक्ताओं के लिए OnePlus कम्पनी ने 32MP का फ्रंट कैमरा भी उपलब्ध कराया है। 

    OnePlus Nord 2 Pro 5G की Battery लाइफ 

    जहां तक OnePlus के OnePlus Nord 2 Pro 5G की बैटरी की बात की जाए तो इस स्मार्टफोन की बैटरी 5500mAh की है, जिसे चार्ज करने के लिए उपभोक्ताओं को सुपर फास्ट चार्जर 33W का दिया गया है। जो एक ही चार्ज पर घंटे तक का आराम से बैटरी बैकअप इस स्मार्टफोन में देता है। वहीं सबसे आश्चर्य की बात तो ये है कि इस स्मार्टफोन को फूल चार्ज करने में उपभोक्ताओं को आधे घण्टे से भी कम का समय लगता हैं। 

    OnePlus Nord 2 Pro 5G का Processor

    OnePlus के OnePlus Nord 2 Pro 5G के प्रोसेसर की बात की जाए तो कम्पनी ने MediaTek Dimensity 8020 प्रोसेसर और 5G कनेक्टिविटी का सपोर्ट उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कराया है, जिसके कारण मल्टीटास्किंग और गेमिंग काफी मजेदार बन जाता है। वहीं इस के अलावा OnePlus के OnePlus Nord 2 Pro 5G में स्टोरज संबंधित भी कोई समस्या नहीं आने वाली है क्यों कि इसमे 8GB रैम के साथ 128GB इंटरनल, और 12GB रैम के साथ 256GB इंटरनल, इसके साथ ही 16GB रैम और 512GB इंटरनल स्टोरेज के ऑप्शन भी कंपनी ने उपलब्ध कराया है। इसके अलावा सबसे अच्छी बात तो ये है कि OnePlus के OnePlus Nord 2 Pro 5G स्मार्टफोन में मेमोरी कार्ड लगाने की भी सुविधा है, जिसके मदद से उपभोक्ता अपन स्मार्टफोन के स्टोरेज को 1TB तक आसानी से बढ़ा सकते है।

    OnePlus Nord 2 Pro 5G की क़ीमत 

    अभी तक भारत के मार्केट में OnePlus Nord 2 Pro की क़ीमत को लेकर OnePlus कंपनी ने ऑफिशियल रूप से कोई भी घोषणा नहीं की है,लेकिन मिली जानकारी के अनुसार OnePlus के इस स्मार्टफोन की कीमत करीबन तीस से पेंतीस हजार के बीच रहने की संभावना जताई जा रही है। 

  • IRCTC Tour Package : माता – पिता को कराना चाहते हैं काशी, गंगासागर, बैद्यनाथ और जगन्‍नाथ धाम जैसे तीर्थ की यात्रा, तो आज ही बुक करे IRCTC का ये किफायती टूर पैकेज…

    IRCTC Tour Package : माता – पिता को कराना चाहते हैं काशी, गंगासागर, बैद्यनाथ और जगन्‍नाथ धाम जैसे तीर्थ की यात्रा, तो आज ही बुक करे IRCTC का ये किफायती टूर पैकेज…

    भारतीय रेलवे की कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) ने माता – पिता को धार्मिक स्थलों की यात्रा कराने की ख्वाहिश रखने वालों के लिए एक बेहद ही किफायती टूर पैकेज लांच किया है। मालूम हो कि  इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) के द्वारा लॉन्च किए गए इस टूर पैकेज में उन्‍हें गंगासागर-जगन्‍नाथ-काशी और बैद्यनाथ धाम समेत कई धार्मिक स्‍थानों के दर्शन कराए जाएंगे। 

    ऐसी ख्वाहिश रखने वालों के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) के द्वारा लॉन्च किया गया ये टूर पैकेज एक जबरदस्त मौका बनकर आया है जो कि सपनों को तो पूरा करेगा ही साथ ही आपकी जेब भी ज्यादा ढीली नहीं करेगा। एक साथ कई धार्मिक स्‍थलों की यात्रा कराने वाला भारतीय रेलवे की कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) का ये काफी रीजनेबल धार्मिक टूर पैकेज है और इसके लिए बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। 

    तो फिर देर किस बात की हैं, आज ही बुककर करके अपने बड़ों को अपने माता – पिता को सरप्राइज देते हुए धार्मिक स्थलों पर घुमाने का पुण्य कमाये। मालूम हो कि भारतीय रेलवे की कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ही इस जबरदस्त धार्मिक टूर पैकेज को लांच किया गया है। 

    भारतीय रेलवे की कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लॉन्च किए गए इस टूर पैकेज में यात्रियों को कई स्‍टेशनों से चढ़ने उतरने की सुविधा भी मिलेगी। मालूम हो कि भारतीय रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कार्पोरेशन लि0 (आईआरसीटीसी) की ये धार्मिक यात्रा आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से भारत गौरव पर्यटक ट्रेन से वाया – गया, पुरी जगन्नाथ, कोणार्क मंदिर, कोलकाता, गंगासागर, बैजनाथ धाम, वाराणसी, अयोध्या के लिए शुरू की गई है। 

    यह यात्रा आगामी 13 सितंबर से शुरू होगी और 22 सितंबर तक चलेगी यानी कि कुल 09 रात और 10 दिन की ये पूरी यात्रा होने वाली है। भारतीय रेलवे की कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लॉन्च किए गए इस टूर पैकेज का मुख्य आर्कषण विष्णुपद मंदिर (गया), पुरी जगन्नाथ मंदिर, कोणार्क मंदिर (उड़ीसा), कोलकाता, गंगासागर, बैजनाथ धाम (जसीडीह), काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी), राम मंदिर, हनुमानगढ़ी सरयू आरती (अयोध्या) आदि है जो इस यात्रा में शामिल है। 

    भारतीय रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कार्पोरेशन लि0 (आईआरसीटीसी) के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लॉन्च किए गए इस टूर पैकेज आम और खास दोनों तरह के यात्रियों के लिए पैकेज है। मालूम हो कि इस यात्रा के लिए भारत गौरव पर्यटक ट्रेन में कुल बर्थों की सं0 साढ़े सात सौ से भी अधिक है। इन सभी बर्थ में से दो एसी जिसमें कुल उनचास सीटें, और 03 एसी जिसमें को कुल सत्तर सीटें और बाकी के स्लीपर बर्थ में कुल छः सौ अड़तालीस सीटें हैं। इस यात्रा की सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसमे यात्री आसानी से कई सारे स्टेशनों पर चढ़ और उतर सकते हैं। 

    मालूम हो कि भारतीय रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कार्पोरेशन लि0 (आईआरसीटीसी) के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लॉन्च किए गए इस टूर पैकेज में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्‍यान में रखते हुए कई स्‍थानों पर ठहराव दिया गया है, जिसमें आगरा कैंट  और ग्वालियर इसके साथ ही वीरांगना लक्ष्मी बाई झाँसी साथ में उरई इसके अलावा कानपुर और लखनऊ साथ ही में अयोध्या और वाराणसी जैसे स्टेशन शामिल है। भारतीय रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कार्पोरेशन लि0 (आईआरसीटीसी) के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लॉन्च किए गए इस टूर पैकेज में यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं में दो एसी,तीन एसी तथा स्लीपर क्लास यात्रा, के साथ नाश्ता, साथ ही साथ दोपहर व रात का शाकाहारी भोजन, एसी/ नॉन एसी बसों द्वारा सभी स्थानीय धार्मिक स्थलों का दर्शन शामिल है। 

    वहीं अगर भारतीय रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कार्पोरेशन लि0 (आईआरसीटीसी) के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लॉन्च किए गए इस टूर पैकेज के किराए की जहां तक बात करे तो इकोनामी श्रेणी मतलब कि स्लीपर क्लास में रुकने पर पैकेज का मूल्य करीब साढ़े अठारह हजार रुपये प्रति व्यक्ति पड़ेगा वहीं इस पैकेज में प्रति बच्चे पांच वर् से ग्यारह साल के का पैकेज का मूल्य साढ़े सत्रह हजार पड़ेगा। 

    इस मूल्य में स्लीपर क्लास ट्रेन यात्रा, डबल/ट्रिपल पर नॉन एसी होटलों में ठहरने की सुविधा नॉन एसी होटल के कमरे में मल्टी शेयर पर शेयरिंग/नॉन शेयरिंग-पैकेज के अनुसार वॉश एंड चेंज तथा नॉन एसी ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था यात्रियों को मिलेगी। इसी तरह स्टैंडर्ड क्‍लास में बड़ों के लिए तीस हजार और बच्चों के लिए उनतीस हजार का खर्च बैठेगा इसके अलावा कम्फर्ट क्‍लास में बड़ों के लिए चालीस हजार और बच्चों के लिए अडतीस हजार का खर्च पड़ेगा। 

    वहीं सबसे महत्वपूर्ण बात भारतीय रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कार्पोरेशन लि0 (आईआरसीटीसी) के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लॉन्च किए गए इस टूर पैकेज के लिए बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगी।

  • Maruti Suzuki Fronx : Maruti की जबरदस्त फॉर व्हीलर का हुआ प्रीमियम लुक लॉन्चिंग, मिलेगा जबरदस्त माइलेज के साथ कमाल का फीचर्स… 

    Maruti Suzuki Fronx : Maruti की जबरदस्त फॉर व्हीलर का हुआ प्रीमियम लुक लॉन्चिंग, मिलेगा जबरदस्त माइलेज के साथ कमाल का फीचर्स… 

    भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर के मार्केट में एक बार फिर से धमाल मचाने के लिए मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति ने अपना मारुति सुजुकी fronx फॉर व्हीलर को एक नये अवतार के साथ लांच करते हुए उपभोक्ताओं को एक और जबरदस्त ऑप्शन मुहैया करा दिया है।

    मिली जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में बताया गया है कि मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति के मारुति सुजुकी fronx फॉर व्हीलर गाड़ी में कम्पनी ने अपने उपभोक्ताओं को दो इंजन उपलब्ध कराये हैं। जिसमें से पहला इंजन एक लीटर से अधिक का डूअल जेट इंजन है। जिसमें नब्बे एचपी की पावर के साथ एक सौ तेरह न्यूटन मीटर तक का टॉक जेनरेट करने का पावर है वहीं दूसरा इंजन भी करीब 1 लीटर का ही है जो एक टर्बो पैट्रोल इंजन है। इसमे सौ एचपी का पावर और एक सौ सेंतालीस न्यूटन मीटर तक का टॉक जेनरेट करने का पावर है।

    Maruti Suzuki Fronx का इंज़न 

    Maruti Suzuki Fronx के बारे में मिले एक रिपोर्ट के अनुसार मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति के मारुति सुजुकी fronx फॉर व्हीलर गाड़ी में कम्पनी ने अपने उपभोक्ताओं को दो इंजन उपलब्ध कराये हैं। जिसमें से पहला इंजन एक लीटर से अधिक का डूअल जेट इंजन है। जिसमें नब्बे एचपी की पावर के साथ एक सौ तेरह न्यूटन मीटर तक का टॉक जेनरेट करने का पावर है वहीं दूसरा इंजन भी करीब 1 लीटर का ही है जो एक टर्बो पैट्रोल इंजन है। इसमे सौ एचपी का पावर और एक सौ सेंतालीस न्यूटन मीटर तक का टॉक जेनरेट करने का पावर है। 

    Maruti Suzuki Fronx का माइलेज 

    मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति के मारुति सुजुकी fronx फॉर व्हीलर गाड़ी में कम्पनी ने अपने उपभोक्ताओं को भारतीय बाजार के मार्केट में उपलब्ध करवा दिया है। मालूम हो कि Maruti Suzuki की Fronx अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए उपभोक्ताओं के बीच में काफी ज्यादा पॉपुलर हो चुकी है। मालूम हो कि इसका एक लीटर टर्बो इंजन पच्चीस किलोमीटर प्रति लीटर का औसत माइलेज देगा वहीं दूसरी ओर एक लीटर से अधिक वाला इंजन भी करीब माइलेज अठाइस किलोमीटर का माइलेज देगा ही।

    Maruti Suzuki Fronx का फीचर्स 

    मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति के मारुति सुजुकी fronx फॉर व्हीलर गाड़ी में कम्पनी ने अपने उपभोक्ताओं को भारतीय बाजार के मार्केट में उपलब्ध करवा दिया है। Maruti Suzuki Fronx गाड़ी में उपभोक्ताओं को कंपनी ने काफी सारे फीचर्स उपलब्ध कराये हैं जैसे की एंड्राइड ऑटो एप्पल कार प्ले डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर वायरलेस चार्जिंग ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल यूएसबी चार्जिंग पोर्ट जैसी कई एडवांस चीज़े। 

    मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति के मारुति सुजुकी fronx फॉर व्हीलर गाड़ी में कम्पनी ने अपने उपभोक्ताओं को भारतीय बाजार के मार्केट में उपलब्ध करवा दिया है। Maruti Suzuki Fronx गाड़ी में उपभोक्ताओं को कंपनी ने काफी सारे फीचर्स उपलब्ध कराये हैं जैसे की एंड्राइड ऑटो एप्पल कार प्ले डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर वायरलेस चार्जिंग ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल यूएसबी चार्जिंग पोर्ट जैसी कई एडवांस चीज़े। 

    Maruti Suzuki Fronx का क़ीमत 

    Maruti Suzuki के द्वारा इन दिनों Fronx फॉर व्हीलर गाड़ी को  कंपनी के द्वारा भारतीय मार्केट में लॉन्च किया गया है। Maruti Suzuki के Fronx गाड़ी की शुरुआती की कीमत तकरीबन तेरह लाख पच्चीस हजार रुपए बताई जा रही है।